वो फिर से गली के उस मोड़ पर टकटकी लगाए चाय के ठेले के पास पड़ी बेंच पर बैठ गया, अवंतिका वो फिर से गली के उस मोड़ पर टकटकी लगाए चाय के ठेले के पास पड़ी बेंच पर बैठ गया, ...
माफ़ करना बापू आपको लोग ज़बरदस्ती हमारी आँखों से ओझल कर रहे हैं। माफ़ करना बापू आपको लोग ज़बरदस्ती हमारी आँखों से ओझल कर रहे हैं।
मैंने अपने देश के लोगों के लिए जो किया है उसका इनाम मौत से बेहतर नहीं हो सकता। मैंने अपने देश के लोगों के लिए जो किया है उसका इनाम मौत से बेहतर नहीं हो सकता।
हिन्दुस्तान को लोग उसकी संस्कृति से जानते हैं यही हमारी एक सटीक-सी रचना है। हिन्दुस्तान को लोग उसकी संस्कृति से जानते हैं यही हमारी एक सटीक-सी रचना है।
लोगों कि ज़ुबान कहती है किसान देश की नींव है| लोगों कि ज़ुबान कहती है किसान देश की नींव है|
अंधविश्वास को बड़ी ख़ूबसूरती से निशाना बनाती, प्रख्यात लेखक खुशवंत सिंह की अंग्रेज़ी कहानी "दि मार्क ऑफ... अंधविश्वास को बड़ी ख़ूबसूरती से निशाना बनाती, प्रख्यात लेखक खुशवंत सिंह की अंग्रेज़...